जौनपुर धारा, जौनपुर। आकाश में बादलों के डेरा डाल देने पर रविवार को मौसम का मिजाज बदल गया। शाम में हल्की वर्षा शुरू हुई और देर रात तक बूंदाबांदी होती रही। रविवार को न्यूनतम तापमान 11 और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दो दिन धूप खिलने के बाद रविवार सुबह से ही आसमान में बादल छा रहें, दोपहर बाद अचानक बूंदाबांदी शुरू हो गई, जबकि घंटों तक रूक-रूक कर जारी रही। बूंदाबांदी से अधिकतम तापमान भी तीन अंक गिर गया। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी कमी आई। रविवार को पूरे दिन सूर्य देवता बदलों के बीच से लुका छिपी करते रहें। पूर्व और दक्षिणी हवा के चलते पूरा दिन कंपकंपी छूटती रही।

कड़ाके की ठंड और बूंदाबांदी का असर जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। मौसम को देखते हुए लोगों ने जल्दी से कामकाज निपटाए और घरों में दुबक गए। बूंदाबांदी को फसलों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। रविवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 90 प्रतिशत और हवा कि गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। पूरा दिन आकाश में बादल छाए रहे। आज सोमवार को भी बूंदाबांदी हुई तो तापमान में और गिरावट आएगी। ठंड से राहत मिलने के फिलहाल आसार नही हैं। रविवार को दिन का आगाज ही कड़ाके की ठंड और धुंध के साथ हुआ। दिन चढ़ने के साथ आकाश में बादल छा गए। चली ठंडी पूर्वाई ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया। शाम को बादल गहरे हो गए और बूंदाबांदी शुरू हो गई जो आधा घंटा तक जारी रही।
अलाव तापते रहे लोग
सुबह के समय सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव में हाथ तापते नजर आए। सर्दी में लोग गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकले। दोपहिया वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग जगह-जगह अलाव तापते नजर आए। 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चली। जिससे आम जन-जीवन अस्त व्यस्थ हो गया।
कोयला व ब्लोअर हो सकता है जानलेवा
बंद कमने में कोयला या लकड़ी, ब्लोअर जलाकर रखना स्वास्थ्य के लिये हानिकारक हो सकता है। इससे कार्बन मोनोआक्साइड गैस बनती है। बंद जगह पर लगातार आग जलाने, ब्लोअर या हीटर चलाने के कारण वहां ऑक्सीजन धीरे-धीरे कम हो जाती है, इससे जान जा सकती है।