बांस-बल्ली के सहारे बिजली आपूर्ति, सांसत में लोग

छोटे-छोटे फाल्ट के नाम पर पूरे दिन बाधित रहती है विद्युत व्यवस्था

जौनपुर धारा,जौनपुर। नगर में गर्मी के साथ ही बिजली की आंख मिचौली भी शुरू हो गई है। हालांकि विगत वर्षो की अपेक्षा इस बार अभी तक मई काफी नरमी से पेश आ रही है, लेकिन गर्मी शुरू होने से पहले ही बिजली व्यवस्था दुरूस्तीकरण के सारे दावे खोखले साबित हो रहें हैं। इसका कारण नगर में बिजली आपूर्ति वाले पोल का जर्जर व सप्लाई वाले केबलों का फैला मकड़ा जाल है। बता दें कि नगरीय क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। एक तरफ जहां बांस-बल्ली के सहारे लोगों के घरों तक बिजली पहुंच रही, वहीं तार इतने जर्जर व ढीले हो गए हैं कि यह कब टूट कर गिर जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। यही कारण है कि छोटे-छोटे फाल्ट के नाम पर पूरे दिन बिजली आपूर्ति बाधित रहती है।

नगर के अलग-अलग क्षेत्रों को मिलाकर देखा जाय तो लगभग बिजली गायब ही रहती है। वहीं उपभोक्ता जब बिजली कटने की जानकारी हासिल करने के लिये विद्युत कन्ट्रोल रूम पर संपर्क करता है तो वहाँ से रटा-रटाया एक ही जवाब आता है कि ३३००० ब्रेकडाउन है। कहीं पोल नहीं तो कहीं ट्रांसफार्मर नहीं, फिर भी कागजों में विद्युत आपूर्ति सही तरीके से चल रही है। नगर के नईगंज विद्युत उपकेंद्र से जुड़े मछलीशहर पड़ाव क्षेत्र में बल्ली के सहारे बिजली आपूर्ति करा रहें है। वहीं नगर क्षेत्र के कई स्थानों पर जर्जर अवस्था में पोल के जरिये बिजली आपूर्ति कराई जा रही है, कहीं पोल सड़ा हुआ है तो कहीं पूरा लटका है। बिजली विभाग के अवर अधिकांश पॉवर हाउस पर तैनात अवर अभियंता कार्यालय तक ही सिमित रहतें है। वे फिल्ड में निकलना चाहतें ही नहीं है। शासन से आदेश है कि विद्युत व्यवस्था बाधित ना हो इसके लिये क्षेत्र के जेई, एसडीओ, अधिशासी अभियंता लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करें, बावजूद इसके अधिकारी मजह लोकल फाल्ट को ठीक कराकर आपूर्ति बहाल करा देतें हैं, लेकिन जिस कारण से ये छोटे-छोटे फाल्ट हो रहें हैं उसे ठीक कराने की जहमत नहीं उठातें है। जिसका कारण यह है कि ये अधिकारी फील्ड में निकलते ही नहीं है। यहाँ तक कि बकाया वसूली भी प्राइवेट लाइनमैनों के भरोसे ही की जाती है।

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