अलीगढ़. यूपी के अलीगढ़ में तीन तलाक का एक मामला सामने आया है. आगरा की रहने वाली युवती की अलीगढ़ की जमालपुर क्षेत्र में शादी हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उसे परेशान करने लगे और ससुर की नजरें भी महिला की तरफ गलत थी, जिसका महिला ने विरोध किया तो महिला को उसके पति ने तीन तलाक देते हुए घर से निकाल दिया. महिला ने पति सहित सास-ससुर और अन्य लोगों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया है.
अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन इलाके की रहने वाली आशमा महिला ने अपने पति पर तीन तलाक देने का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि शादी के दो-तीन दिन बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उसे किसी न किसी बात को लेकर परेशान करने लगे थे. इतना ही नहीं महिला का आरोप है कि उसके ससुर की भी उसके प्रति गलत निगाहें रखते थे. जब महिला उसका विरोध करती थी तो उसका पति अपने पिता का साथ देता था और कहता था कि जो पिता जो कहते हैं वह आपको करना पड़ेगा. जब इस बात का महिला ने विरोध किया तो पति ने तीन तलाक देते हुए घर से निकाल दिया.
महिला का आरोप है कि पति अपने पिता के साथ रहने के लिए भी उस पर दवाब बनाता था. महिला इसका बार-बार विरोध करती थी लेकिन पति नहीं मानता था. महिला का आरोप है कि वह अपने पति के साथ रहना चाहती थी लेकिन उसका ससुर और बार-बार बीच में आकर दोनों के बीच खटास पैदा करता था. महिला का आरोप है कि जब वह अपने पति के साथ रहने की बात कहने लगी तो पति ने कहा जब मेरे पिताजी कहेंगे तभी मैं तुझको रखूंगा, इसके बाद महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने भी कोई मदद नहीं की लेकिन इसके बाद पति ने उसे तीन तलाक देते हुए घर से बाहर निकाल दिया. महिला ने पति, ससुर, सास सहित अन्य लोगों के खिलाफ उत्पीड़न की तहरीर दी है जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. महिला का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है और इसी मांग को लेकर पीड़ित महिला जिलाधिकारी कार्यालय से लेकर एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है. पीड़िता आगरा की रहने वाली है और आगरा से अलीगढ़ में अपने पति साथ ससुर की गिरफ्तारी के लिए बार-बार आती है लेकिन पुलिस उसकी कोई मदद नहीं कर रही. इस मामले में सीओ सिविल लाइन शिव प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना सिविल लाइन इलाके की रहने वाली एक महिला ने अपने पति पर तीन तलाक देने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी, जिसकी जांच कराई गई. जांच के उपरांत पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है साथ ही अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.