Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img

Jaunpur News : नहीं मिला आवास तो शौचालय बना सहारा

खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है विधवा महिलापरिवार को जरूरत है अंत्योदय कार्ड की, बना है पात्र गृहस्थी कार्डजौनपुर धारा, केराकत। देश...
Homeविविधबड़े मंगल पर ऐसे करें बजरंगबली को प्रसन्न, जानें पूजा विधि

बड़े मंगल पर ऐसे करें बजरंगबली को प्रसन्न, जानें पूजा विधि

लखनऊ. राम भक्त हनुमान को समर्पित ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल शुरू होने जा रहे हैं. इस साल मई में चार बड़े मंगल हैं. बड़े मंगल को अवध क्षेत्र में खासतौर पर लखनऊ में धूमधाम से मनाया जाता है. जगह-जगह भंडारे होते हैं. मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जिसके लिए शासन प्रशासन पूरी तैयारियां करता है.

लखनऊ के मशहूर मंदिर हनुमंत धाम के महंत रामसेवक दास (गोमती बाबा) के अनुसार, मान्यता है कि त्रेता युग में जब प्रभु श्री राम अयोध्या के गुप्तार घाट पर जल समाधि लेने जा रहे थे, तब उन्होंने जाने से पहले अपने भक्त हनुमान को अपना मुकुट उतार कर दे दिया था और उन्हें अवध क्षेत्र का राजा घोषित कर दिया था और गुप्तार घाट पर नारायण गुप्त हो गए थे. इसलिए गुप्तार घाट का नाम गुप्तार रखा गया है.

आगे बताया कि हनुमानजी को अवध क्षेत्र और लखनऊ का राजा कहा जाता है. वह  अवध क्षेत्र के रक्षक हैं. रक्षक होने के नाते लोग उनकी कृपा पाने के लिए ही बड़े मंगल को मनाने लगे. बड़े मंगल पर हनुमंत धाम दर्शन व पूजन के लिए सुबह चार बजे खुल जाएगा और रात में 12 बजे बंद होगा.

बड़े मंगल की तारीखें
ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल -09 मई 2023
ज्येष्ठ का दूसरा बड़ा मंगल -16 मई 2023
ज्येष्ठ का तीसरा बड़ा मंगल – 23 मई 2023
ज्येष्ठ का चौथा बड़ा मंगल – 30 मई 2023

ऐसे करें बजरंगबली को प्रसन्न
महंत के अनुसार, बजरंगबली को अष्ट सिद्धि नौ निधि का दाता कहा जाता है, इसलिए उनकी कृपा पाने के लिए भक्त बड़े मंगल पर विशेष पूजा अर्चना करते हैं. मान्यता है कि इस दिन बजरंगबली को चोला चढ़ाने, दान पुण्य करने से हर तरह की बाधा दूर हो जाती है. हनुमान जी को चिरंजीवी कहा जाता है, बड़ा मंगल के दिन भक्त श्रद्धा और भक्ति के साथ उन्हें याद करते हैं तो वह उसे बचाने के लिए दौड़े चले आते हैं. आर्थिक, मानसिक और शारीरिक पीड़ा से मुक्ति पाने के लिए इस दिन संकटमोचन की व्रत-पूजा भी किया जाता है.

Share Now...