रायबरेली. निकाय चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी एक दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचीं तो चिर परिचित अंदाज में नजर आईं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सलोन विधानसभा में मऊ गांव में चौपाल लगाकर अपने दौरे की शुरुआत की. इसके बाद विभिन्न स्थानों पर चौपाल लगाने के दौरान सिरसी गांव में स्मृति इरानी ग्रामीणों की समस्याएं सुन रही थीं. उसी दौरान विद्यावती नाम की महिला ने बताया कि उसे लीवर की समस्या है. स्मृति इरानी ने तुरंत दिल्ली में किसी बड़े अस्पताल के डॉक्टर सरीन को फोन लगा दिया.
फोन नहीं उठा तो उन्होंने विद्यावती की तरफ दोबारा मुखातिब होते हुए कहा, तुम दिल्ली आ जाओ. स्टेशन से मेरे लोग आपको रिसीव करेंगे. इसी बीच विद्यावती ने ट्रेन को लेकर कुछ कहा तो स्मृति ईरानी समझीं कि उसे ट्रेन से जाने में समस्या है. स्मृति ने तुरंत कहा कि ठीक है जहाज से आना. इतना सुनकर विद्यावती के पति ने कहा नहीं मैडम हम ट्रेन से ही आ जाएंगे. स्मृति ने फिर कहा कि चिंता मत करो टिकट मैं कराऊंगी, फिर विद्यावती की तरफ मुड़ते हुए सांसद ने कहा वहां आओ मैं तुम्हे नई संसद भी घुमाऊंगी. विद्यावती से इस बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दीदी की इस बात के लिए बहुत धन्यवाद है. सिरसी में चौपाल के बाद नए संसद भवन पर उठ रहे विवाद के सवाल को टालते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे अपने क्षेत्र में घूमने दो, मैं केंद्रीय प्रेस मीट नहीं कर रही हूं. इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का काफिला प्रधानपुर पहुंचा जहां उन्होंने लोगों की समस्या सुनी. पब्लिक की समस्या सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री पूरे कुर्मिन गांव मे चौपाल लगाने के लिए पहुंची.