Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img
Homeउत्तर प्रदेशफागुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है होली का महापर्व

फागुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है होली का महापर्व

अयोध्या: पूरे देश में होली की धूम है. सनातन धर्म में होली का महापर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. तो दूसरी तरफ ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक होली का महापर्व फागुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. जो इस बार 8 मार्च को है. इतना ही नहीं होली का यह पर्व ऋतु परिवर्तन और साफ-सफाई से भी जुड़ा हुआ है. वास्तुशास्त्र के मुताबिक होली से पहले अगर घर से इन चीजों को बाहर निकाल दिया जाए तो घर में दरिद्रता का वास नहीं होता है. मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है. तो चलिए जानते हैं आखिर वह कौन सी चीज है जिसको घर से बाहर करने से दरिद्रता का नाश होता है. दरअसल ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि होली और दीपावली सनातन धर्म में ऐसे पर्व है. जो बड़े उल्लास और उत्साह के साथ सनातन धर्म को मानने वाले लोग मनाते हैं. इसमें नाना प्रकार के मंत्रों का जप करके सिद्धियां प्राप्त की जाती है. इसके अलावा होली में सावधानीपूर्वक घर से कुछ चीजें हटाने से ग्रह नक्षत्र की अनुकूलता समाप्त होती है.

होली से पहले घर से बाहर करें यह अशुभ चीजें
वास्तु शास्त्र में कहा गया है की होली के पर्व से पहले घर की साफ- सफाई करते हुए मकड़ी के जाल को जरूर साफ करना चाहिए. यह जाले गंदगी के परिचायक होते हैं. जिसकी वजह से घरों में दलित गिरता आने लगती है. जिन घरों में ऐसे जाली पाए जाते हैं. वहां मां लक्ष्मी कभी नहीं जाती. घर में साफ सफाई करने से मां लक्ष्मी का वास होता है.

खराब पड़ी घड़ी
अगर आपके घर में बंद घड़ी या 20 घड़ी है तो वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस को अशुभ माना जाता है. उसको घर से तुरंत बाहर निकाल दें क्योंकि ग्रह नक्षत्र की अनुकूलता इससे बनी रहती है.

खंडित मूर्तियां
अगर आपके घर में देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां है तो होली से पहले उसको निकाल देना चाहिए. ऐसी खंडित मूर्तियों को रखने से घर में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जिसका असर पूरे परिवार को झेलना पड़ता है. इन मूर्तियों को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर देना चाहिए, ऐसा करने से घर में बरकत होती है.

Share Now...