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Homeअपना जौनपुरप्रायोगिक शिक्षा की सम्पूर्णता के लिए औद्योगिक भ्रमण जरूरी : प्रो.वन्दना सिंह

प्रायोगिक शिक्षा की सम्पूर्णता के लिए औद्योगिक भ्रमण जरूरी : प्रो.वन्दना सिंह

जौनपुर धारा,जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग के बी.बी.ए.के छात्रों के औद्योगिक भ्रमण को कुलपति प्रोफेसर वन्दना सिंह ने बुधवार को रवाना किया। इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि शिक्षा केवल कक्षाओं में ग्रहण नहीं होती। सैद्धांतिक शिक्षा को पूर्ण करने के लिए प्रायोगिक शिक्षा जरूरी है। औद्योगिक भ्रमण प्रायोगिक शिक्षा पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि अपने भ्रमण में व्यवसाय प्रबन्ध के औद्योगिक क्षेत्र में नवीनतम आचरण एवं नवाचार को सीखे जिससे वे कुशल प्रबंधक बन सके। व्यवसाय प्रबंध विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.मुराद अली ने कहा कि विभाग ऐसे औद्योगिक भ्रमण नियमित रूप से आयोजित करता है। जिससे व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को व्यवसाय जगत के बारे में नये दृष्टिकोण से अध्ययन करने का अवसर मिलता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छात्रों के वोकेशनल पाठ्यक्रमों को औद्योगिक जगत से जोड़ा गया है। विद्यार्थी दिल्ली, मानेसर, बहादुरगढ़ आदि के औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण करेंगे और उसके आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस अवसर पर डॉ.सुनील कुमार, डॉ.दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ.प्रमोद कुमार कौशिक, राजेंद्र सिंह, मोहित सिंह भाटिया, समरीन तबस्सुम एवं बी.बी.ए.के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

  • कुलपति ने फार्मेसी परीक्षा केंद्र का किया निरीक्षण

जौनपुर धारा,जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में चल रही सेमेस्टर परीक्षाओं के तहत बुधवार को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने फार्मेसी संस्थान का औचक निरीक्षण किया। कुलपति प्रो.वंदना सिंह ने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी, सिटिंग प्लान, कक्ष निरीक्षकों की संख्या के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। फार्मेसी में बुधवार को बी-फार्मा आठवें सेमेस्टर की बायोस्टेटिस्टिक्स एण्ड रिसर्च मेथाडालॉजी और चौथे सेमेस्टर की फार्मास्टिकल आर्गेनिक केमिस्ट्री  की परीक्षा थी। फार्मेसी संस्थान के निरीक्षण में कुलपति संतुष्ट दिखीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के सम्बन्ध में जो भी दिशा निर्देश समय-समय पर जारी किए गए हैं, उनका कड़ाई से पालन किया जाए। परीक्षा सुचितापूर्ण होनी चाहिए।

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