खड़ी दोपहर में हो रही स्कूली बच्चों की छुट्टी, हीटवेव से बना खतरा
जौनपुर धारा,जौनपुर। जौनपुर में तेजी से मौसम बदल रहा है, आये दिन गर्मी का पारा चढ़ता ही जा रहा है। पूरे यूपी सहित जौनपुर में इन दिनों लू का अलर्ट जारी किया गया है। सूरज ने सुबह से शाम ढलने तक शहरवासियों को जमकर झुलसाया। दोपहर में सूरज ने तेवर दिखाए तो रास्तों पर सन्नाटे के हालात रहे। जरूरी काम होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले। अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। अभी जौनपुर में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने की संभावना जाताई जा रही है। लू एक ऐसी स्थिति होती है जब किसी क्षेत्र का तापमान सामान्य औसत से काफी अधिक हो जाता है, जैसे जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर पहुंच जाए तो इसे हीटवेव की स्थिति माना जाता है.अगर रात का तापमान भी सामान्य से अधिक रहता है, तो यह स्थिति और गंभीर मानी जाती है। ऐसे में जौनपुर के लिये भी दोपहर 12बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर न निकलने के लिये अलर्ट जारी किया है। तापमान बढ़ने से गर्मी ने तेवर दिखने शुरू हो गये हैं। शहर में मध्य अप्रैल से गर्मी का आगाज हो गया था, 14 अप्रैल को अधिकतम तापमान 40डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। इसके बाद 17, 18 और 19 अप्रैल को लगातार तीन दिन तक अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। 24 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43 और 25 अप्रैल को पारा 43.6 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। गर्मी की तीव्रता से आम-जनमानस परेशान हो गया था। इसके बाद अचानक बने पश्चिमी विक्षोभ ने शहर को गर्मी से राहत दी। लेकिन पिछले तीन दिन से अधिकतम तापमान में वृद्धि जारी है। ऐसे में लोगों के लिये बचाव बहुत जरूरी है। यदि बहुत जरूरी काम हो तभी 12 से 4 बजे के बीच बाहर काम से निकलें। इधर अस्पतालों को भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। वहीं इस प्रचण्ड गर्मी में छुट्टी के समय बच्चों को घर पहुँचने में काफी तकलीफ हो रही है। जिला प्रशासन से लेकर स्कूलों में भी अभी गर्मी की छुट्टी नही किया है। ऐसे में हीटवेव के बीच बच्चों के घर पहुँचने तक भी काफी रिस्क है।
जिलाधिकारी ने हीटवेव से बचाने के लिये किया अपील

जिलाधिकारी ने हीट वेव से बचने के लिए दोपहर 12बजे से शाम 3 बजे के मध्य घर से बाहर न निकलने, अथवा अत्यंत आवश्यक हाने पर ही गमछा, फुल आस्तीन के कपड़े, टोपी इत्यादि पहन कर ही घर से निकलने का अपील किया है, साथ ही पानी, नींबू और ओआरएस घोल का सेवन बार-बार करते रहने तथा चाय-काफी पीने से परहेज करने की जानकारी प्रदान की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें, बासी खाना, भारी खाने से बचा जाए। उन्होंने कहा है कि बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने यह भी अपील की है कि सभी लोग अपने घरों की छतों पर पशु-पक्षियों के लिए पानी अवश्य रखें। लू से बचने के लिए अस्पतालों के द्वारा पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है, यदि कोई व्यक्ति हीट वेव से प्रभावित होता है तो उसके इलाज के लिए अस्पतालों में पूरी तैयारी है।