- पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेवानिवृत कर्मियों को आजमगढ़ विश्वविद्यालय में मिली नियुक्ति
- आजमगढ़ के कुलपति ने पूर्वांचल पर प्रतिक्रिया देने से किया इंकार
जौनपुर धारा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आजमगढ़ के महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय में नियुक्ति मिल रही है। जिसपर आजमगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.प्रदीप शर्मा ने कहा कि पूर्वांचल विवि की परिस्थिति अलग है हम उस पर कोई कमेंट नहीं कर सकते हैं। सेवानिवृत कर्मियों की नियुक्ति पर शिक्षेत्तर कर्मचारी संघ ने विरोध प्रकट किया है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय से विगत छह माह में विभिन्न विभागों से काफी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। सेवानिवृत्ति के बाद भी कर्मचारी विश्वविद्यालय के उसी विभागों में जमें हुए थे। विगत दिनों कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने विभागीय निरीक्षण के दौरान बाहरी व्यक्तियों को काम करते हुए पाया जिसके लिए जिम्मेदार लोगों को फटकार लगाई और साथ ही साथ विश्वविद्यालय के सेवानिवृत हो चुके कर्मचारियों को भी कार्य करता देख नाराजगी जाहिर की और कहां आइंदा से कोई भी बाहरी व सेवा निवृत कर्मचारी विश्वविद्यालय में कार्यकर्ता नहीं देना चाहिए। इसके बाद बाहरी व्यक्तियों एवं सेवानिवृत कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन जाना बंद कर दिया है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्ति हो चुके तीन से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ में की गई है। जिसपर पूर्वांचल विश्वविद्यालय कर्मियों का कहना है कि जिस तरह से पूविवि से सेवानिवृत कर्मचारियों को महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ में नियुक्ति मिली है, ठीक उसी प्रकार से पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेवा अवमुक्त हो चुके कर्मचारी को भी पूर्वांचल विवि में नई नियुक्ति तक बने रहने दिया जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस कार्यशैली के चलते नए लोगों को नौकरी नहीं मिल पा रही है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सेवानिवृत हो चुके तीन कर्मचारियों को आजमगढ़ के महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय में नियुक्ति दी गई है। आजमगढ़ विश्वविद्यालय से पूर्वांचल विश्वविद्यालय की परिस्थिति अलग है। जिसपर हम कोई कमेंट नहीं करेंगे।