प्री-कोविड दौर में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकॉनमी रहा चीन अब भी रिकवरी की रफ्तार हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत करने के बावजूद इस मोर्चे पर लगातार असफल हो रहा है. अब तो हालत ये हो गई है कि भारत से मुकाबला करने के लिए मालदीव और पाकिस्तान जैसे छोटे देशों में किया गया भारी भरकम निवेश चीन के वर्ल्ड फैक्ट्री के ताज के लिए खतरा बन गया है.
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निजीकरण के विरोध में विद्युत नियामक आयोग पर मूक प्रदर्शन
डॉक्यूमेंट को नामंजूर करने की उठी मांगजौनपुर। सोमवार को बिजली कर्मचारियों ने विद्युत नियामक आयोग के कार्यालय पर मूक प्रदर्शन किया और निजीकरण के...
पाकिस्तान-मालदीव कैसे बने चीन के लिए परेशानी?
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