
जौनपुर धारा, जौनपुर। इन दिनों जनपद भर में चाइनीज मांझा नामक मौत का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है। चाइनीज के अलावा धातु मिश्रित मांझा जिंदगी के लिए खतरा बना हुआ है। कहने को तो चाइनीज मांझे पर बैन लगा दिया है, लेकिन आज भी पतंग की दुकानों इसकी बिक्री तेजी से हो रही है। सूत्रों की मानें तो जानलेवा चाइनीज मांझा मांझे लोग दुकानों में रखकर सप्लाई कर रहें है। इस मांझे से अब तक जनपद में कई घटनाएं घट गई है। जिसपर प्रशासन ने आंखे मुंद रखी है। जानकारों की माने तो चाइनीज मांझा सस्ता होने के कारण लोग धागा वाले मांझा से परहेज करतें है। यह तो सभी जानतें है, कि यह मांझ कितना घाटक है और जबानी तौर पर इसका विरोध भी सभी करतें है। लेकिन छिपे तौर पर वे खुद ही बेचने व पतंग उड़ाने में इसी का ही उपयोग करतें है। देखा जा रहा है आज शहर में बड़े पैमाने पर चाइनीज मांझा बेचा जा रहा है। इस मौत के मांझे से लगातार राहगीर घायल और बेजुबान पक्षियों की जान जा रही है। इसके बावजूद जिम्मेदार अफसर आँख मूंदकर बैठे है। शहर की वास्तविक स्थिति को देखा जाए तो पतंग उड़ाने वालों को मांझा आसानी से मिल रहा जा रहा है। शहर में हमाम दरवाजा, सुटहट्टी, ओलंदगंज, चहारसू चौराहा, नवाब यूसुफ रोड़, शकरमण्डी और सब्जी मंडी सहित आदि स्थानों पर पतंग की छोटी बड़ी दुकानें हैं, जोकि खूले आम बिना खौफ मांझा बेच रहें है। जिसमें कई ऐसे व्यवसाई है जो चाइनीज मांझे का व्यापार लम्बे पैमाने पर कर रहें है। तीन सौ ग्राम मांझे की कीमत 200 से 400 तक है, वहीं साधारण मांझा इससे कहीं ज्यादा महंगा पड़ता है। इसके पूर्व विगत वर्ष में स्थानीय प्रशासम ने कई बार इसपर अभियान भी चलाकर छापेमारी किया और प्रतिबन्धता को सफल बनानें के लिये कार्यवाई भी किया गया। लेकिन इस बार कोई जाँच पड़ताल न होने से पतंग व्यवसाई बिल्कुल आजाद महसूस करते हुए, भारी मात्रा में चाइनीज मांझे का स्टाक रखकर जोरों पर बिक्री कर रहें है। नगरीय क्षेत्र में कई जगह चाइनीज मांझा बेचे जाने की शिकायत है। ज्ञातव्य हो कि सड़कों पर चाइनीज मांझे में उलझकर कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। आये दिन होने वाली छोटी-मोटी घटनाओं से प्रशासन ने कोई सीख नहीं लिया लेकिन जिस दिन कोई बड़ी घटना घट गई, उसी दिन जवाबी कार्यवाई में पूरा महकमा लग जायेगा। लेकिन अगर पहले से ही सक्रियता दिखाई जाये तो बढ़ते घटनाओं से छुटकारा पाया जा सकता है।