आमतौर पर लोगों के बीच धारणा है कि भांग एक नशीली चीज है, जिसे खाने से कई तरह की समस्याएं होती हैं. प्राय : देखा जाता है भांग खाने के बाद दिमाग काम करना बंद कर देता है, आंखें लाल हो जाती हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ने और हार्ट अटैक का खतरा रहता है, सांस लेने में भी तकलीफ होती है. लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि भांग में औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. भांग का पौधा आपको लगभग हर गांव में देखने को मिल जाएगा. वैसे तो भांग हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है ,परंतु अगर इसका सही मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो ये हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है. अगर आयुर्वेद के हिसाब से भांग का सेवन किया जाए तो कुछ बीमारियों में आराम भी मिल सकता है.
भांग के औषधीय गुणों पर चर्चा करते हुए मऊ जिले के प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक डॉ. खालिद(बी यू एम एस)बताते हैं कि यदि भांग की दो से तीन पत्तियों को खाली पेट चबा कर खाया जाए तो पाचन सही हो सकता हैं. इसके अलावा अगर इनकी पत्तियों को पीस कर लेप के रूप में प्रयोग किया जाए तो यह पुराने से पुराना घाव भी ठीक कर देता है. यदि भांग की पत्तियों का उचित मात्रा में सेवन किया जाए तो ये हमारे मस्तिष्क में डोपामाइन हार्मोन के लेवल कोबढा देती है जिससे व्यक्ति खुशी और आनंद महसूस करता है.
अनिद्रा से राहत दिलाता है भांग
डॉ. खालिद ने बताया कि भांग की पत्तियां पुरानी से पुरानी खांसी की बीमारी और अनिद्रा को भी दूर करती हैं. यदि किसी को नींद न आने की बीमारी है तो इसकी सूखी पत्तियों का चूर्ण लेने से अनिद्रा से निजात मिलती है और व्यक्ति को अच्छी नींद आती है. भांग की पत्तियों का उचित मात्रा में उपयोग करने से यह भूलने की बीमारी ठीक होती है और यादाश्त को दुरुस्त करती है.
ज्यादा मात्रा में न करें इस्तेमाल
डॉ. खालिद ने बताया कि अधिक मात्रा में भांग का इस्तेमाल नशे का आदी बना सकता है साथ ही व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता पर असर पड़ता है. व्यक्ति समाज से कट जाता है और किसी भी काम में उसका मन नहीं लगता है. इसलिए भांग का सेवन हमेशा चिकित्सक के परामर्श पर ही करना चाहिए.