जौनपुर। नगर कोतवाली क्षेत्र के मछलीशहर पड़ाव पर भले ही इतनी बड़ी घटना घट गई और तीन जाने चली गई लेकिन अभी भी आम राहगीरों के सिर से खतरा टला नहीं है। आज भी नगर के अधिकांश क्षेत्रों में खुले नाले, सड़े बिजली के पोल व बिजली के जर्जर अवस्था में पड़े एमसीवी बॉक्स लोगों के जाने से खिलवाड़ कर रहें हैं। इसके पीछे विभागीय कार्यवाही में दो अवर अभियंता और सफाई सहित कर्मचारी को निलम्बित कर दिया गया है। लेकिन खुले हुए नालों की व्यवस्थाओं में नगर पालिका प्रशासन अभी तक कोई काम शुरू नहीं कर सकी है।

नगर में खुले नाले हादसों का लगातार सबब बन रहे हैं। संतुलन बिगड़ने पर लोग नाले में गिरकर घायल हो रहे है। अक्सर रात के समय लोग नाले में गिरकर चोटिल हो रहे है। नगर के लोग प्रमुख स्थानों के खुले नालों पर पटिया या ग्रिल लगवाने की मांग कर रहे है। नगर पालिका परिषद जौनपुर के अंतर्गत कई नाले बने हैं, इनमें नवाब युसूफ रोड स्थित मदरसा हनीफिया, नवाब युसूफ रोड से अबीरगढ़ टोला मार्ग पर खुले लम्बे नाले, सिलेखाने के पास खुले नाले साहित नगर के अधिकांश क्षेत्र में अंडरग्राउंड खुले बिजली के तार लोगों के लिये खतरनाक साबित हो रहें हैं। खुले नालों की वजह से अभी हाल में ही हुए हादसे से भी प्रशासन सबक ले तो कम से कम आगे इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।
हादसा अभी टला नहीं…

शहर में खुले नाले लोगों की जान के दुश्मन बन गए हैं। खुले नाले व बिजली के करंट से तीन मासूमों की मौत के बाद नालों को ढंकने की मांग फिर उठने लगी है। नाले न ढके होने से नगर पालिका के प्रति लोगों में आक्रोश भी है। नगर में जितने भी पुराने नाले हैं, अधिकांश खुले ही हैं। मवेशियों का नालों में गिरना और उनकी जान जाना आम बात है, लेकिन अब लोगों की भी खुले नालों में गिरने से मौतें हो रहीं हैं। शहर के लोग मौतों का जिम्मेदार नगर पालिका व बिजली विभाग को मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि नगर पालिका व बिजली विभाग पहले से ही व्यवस्थाओं को दुरूस्त करता तो शायद यह नौबत न आती। बावजूद इसके अभी तक नगर पालिका और बिजली विभाग की नजरें अभी भी उन अव्यस्थाओं पर नहीं पड़ रहीं है।
सिटी बोर्ड के क्षेत्रीय सफाई नायक और मेठ भी निलंबित
जौनपुर। शहर के पुराने मछलीशहर पड़ाव पर गत सोमवार को हुए दर्दनाक हादसे में नगर पालिका परिषद के भी दो कर्मचारियों पर गाज गिरी है। परिषद प्रशासन ने दायित्व निर्वहन में उदासीनता बरतने के आरोप में क्षेत्रीय सफाई नायक अरविंद सिंह व मेठ संतोष शुक्ल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उक्त हादसे में करंट लगने से गिरने के कारण नाले में बह जाने से शहर के मियांपुर मोहल्ले की प्राची मिश्रा, प्रयागराज जिले के फूलपुर निवासी मोहम्मद समीर की जबकि बचाने के प्रयास में ई-रिक्शा चालक बक्शा थाना के अलीगंज निवासी शिवा गौतम की करंट से झुलसकर मौत हो गई थी। नाले में बह गए समीर व प्राची के शव सघन तलाशी अभियान में लगभग 26 घंटे बाद मालीपुर, पठान टोलिया में नाले में कीचड़ में फंसे मिले थे। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी पवन कुमार ने बताया उक्त हादसे को संज्ञान लेते हुए संबंधित कर्मचारी मेठ संतोष शुक्ला और क्षेत्रीय सफाई नायक अरविंद सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया था। दोनों कर्मचारियों द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण असंतोषजनक व निराधार पाया गया। घटना के संदर्भ में प्राप्त तथ्यों के आधार पर यह पाया गया कि कार्य संचालन में दोनों के द्वारा गंभीर लापरवाही व उदासीनता बरती गई। इस पर नगर पालिका परिषद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मेठ संतोष शुक्ल व क्षेत्रीय सफाई नायक अरविंद सिंह को निलंबित कर दिया है। अधिशासी अधिकारी ने बताया सफाई नायक प्रमोद को उनके पूर्व निर्धारित कार्य क्षेत्र के साथ-साथ मंडी अहमद खान वार्ड का भी अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।