शाहगंज। इंसानों और जानवरों में खास तौर से बड़े जानवरो में सर्जरी तो सुनने में सामान्य बात समझ में आती है, पर कछुआ और चूहे की सर्जरी सामान्य से परे लगता है। लेकिन यह कठिन भी नहीं है, इसको शाहगंज में स्थापित पालीवाल पेट्स क्लीनिक एण्ड सर्जिकल सेंटर ने जनपद में साबित कर दिया और चूहे को सर्जरी के माध्यम से नया जीवन दिया।
मामला जिला मुख्यालय पर वाजिदपुर मुहल्ले से जुड़ा हुआ है। जहां जानवरों के शौकीन अभय श्रीवास्तव ने सफेद चूहा पाल रखा है। वह पेट में ट्यूमर से पीड़ित रहा। हालांकि उन्होंने जिला मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय से लेकर प्राइवेट चिकित्सकों तक के दरवाजे उसके उपचार के खटखटाया, लेकिन हर तरफ उन्हें निराशा ही हाथ लगी। अन्तत: उन्होंने पालीवाल पेट्स क्लीनिक पर सम्पर्क किया, जहां सर्जरी के लिए रविवार को दिन सुनिश्चित किया गया। एनेस्थीसिया के प्रभाव में लगातार 45मिनट तक की सर्जरी कर डाक्टर आलोक सिंह पालीवाल ने दो सौ चालीस ग्राम का ट्यूमर निकाला। दो साल के चूहे के 640ग्राम के वजन में 240ग्राम का ट्यूमर देख सभी सन्न रह गए। बहरहाल सर्जरी के बाद चूहे को होश में आने पर सभी ने जहां राहत की सांस ली, वहीं जानवर के मालिक ने चिकित्सक के प्रति आभार व्यक्त किया। इस बाबत डाक्टर पालीवाल ने बताया कि चूहे की सर्जरी मेरे लिए एक नया अनुभव रहा। उन्होंने इसे जनपद का पहला केस बताया।