- 44 डिग्री सेल्सियस महसूस किया गया अधिकतम तापमान
- धूप के साथ गर्म हवाओं ने रोका राहगीरों का रास्ता
जौनपुर धारा, जौनपुर। मई माह के अन्तिम दिनों में गर्मी लगातार विकराल रूप ले रही है। रविवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक महसूस किया गया।

इस दौरान 11 किमी.प्रति घण्टा लू चलती रही तथा सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सुबह सात बजे से ही गर्मी की शुरूआत हुई और नौ बजते-बजते चमड़ी उधेड़ लेने वाली धूप के साथ गर्म हवा चलने लगी। गर्मी के प्रचण्ड रूप से इंसान बेहाल हैं। लू के थपेड़ों ने भी अपना जमकर रंग दिखा शुरू कर दिया है।बढ़ती गर्मी ने लोगों के लिये अस्पतालों का रास्ता भी खोल दिया है। ऐसे में जगह-जगह विद्युत फाल्ट होने लाइट की कटौती भी चरम पर हो गई है। तपिश का आलम यह कि सुबह नौ बजे के बाद घर से निकलने वाले सिर, चेहरे व शरीर को पूरी तरह ढ़क कर निकल रहें हैं। 11बजे के बाद तो आवश्यक कार्य पड़ने पर ही लोग सड़कों पर दिखाई दें रहें है। गर्म हवा के थपेड़ों से दुपहिया वाहन सवारों को अधिक परेशानी हो रही है। दिनभर सड़कों पर घूमने वाले छुट्टा पशु भी दोपहर से शाम तक नहीं दिखाई दिए।

गर्मी की इस स्थिति से लोगों की शारीरिक व मानसिक परेशानी भी साफ दिखायी देने लगी है। सुबह दिन निकलते ही गर्म हवाओं के साथ सूरज आग बरसाना शुरू कर देता है। दोपहर होने से पहले ही गर्मी अपना रंग दिखाना शुरू कर देती है। दोपहर को लोगों का सड़कों पर निकलना दूभर हो जाता है। ऐसे में लोगों का परेशान होना लाजमी है। इसके चलते लोगों का घर से कुछ देर बाहर रहना भी मुश्किल हो रहा है। कुल मिलाकर तेज धूप लोगों को सड़कों पर आने से रोक रही थी। दोपहर के समय क्षेत्र में लोग घरों में दुबके हुए नजर आए। जो लोग घरों से किसी कार्य के लिए निकल रहें है वे धूप से बचने के लिये पहले ही एहतियात बरत कर सड़कों पर निकल रहें हैं। समस्या यह है कि गर्मी और लू के कारण बीमारियों ने भी लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। गर्मी लोगों को शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी बीमार बना रही है। गर्मी के कारण दोपहर में सड़के पूरी तरह वीरान रहीं। तापमान में बढ़ोतरी के कारण मवेशी भी पानी की तलाश में दर-दर भटक रहे है। मौसम में आए बदलाव के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई हैं।