कौशांबी. उमेश पाल हत्याकांड में शूटर रहे साबिर के बड़े भाई जाकिर की लाश गुरुवार को कोखराज के महमदपुर गांव स्थित एक खेत में मिली. सूचना मिलने पर पहुंची कोखराज पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. जानकारी होने पर मृतक के चाचा भी पहुंचे और शव की पहचान की. घटना को लेकर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. दरअसल महमदपुर गांव के कुछ लोग गुरुवार की सुबह शौच के लिए जा रहे थे, इसी बीच गांव के बाहर एक खेत में लोगों ने कई दिन पुराना शव देखा. इसकी जानकारी होते ही ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई.
सूचना मिलने पर पहुचे प्रभारी निरीक्षक रमेश पटेल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. इंटरनेट मीडिया में फोटो प्रसारित किया तो पूरामुफ्ती के मरियाडीह निवासी शमसुद्दीन ने पुलिस से संपर्क किया. फोटो से मृतक की पहचान शमसुद्दीन ने अपने भतीजे 50 वर्षीय जाकिर के रूप में की. इसके बाद वह परिवार के साथ थाने पहुंचे. पूछताछ में उन्होंने बताया कि आठ साल पहले दहेज की खातिर पत्नी की हत्या के आरोप में जाकिर जेल भेजा गया था. चार माह पहले ही जमानत पर छूट कर आया था. दिमागी हालत ठीक न होने के कारण वह काफी गुमशुम रहा करता था. 22 फरवरी को बिना बताए जाकिर घर से निकल गया. चाचा ने यह भी बताया कि मृतक साबिर का बड़ा भाई है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शव कई दिन पुराना होने के कारण पूरी त्वचा सड़ गई थी और कीड़े लगे हुए हैं. इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि शव की पहचान शाबिर के भाई जाकिर के रूप में हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ हो पाएगा. परिवार वालों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है. मालूम हो कि उमेश पाल शूटआउट केस में नाम सामने आने के बाद से शूटर साबिर लगातार फरार चल रहा है. उस पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है. शाबिर के भाई जाकिर को 8 साल पहले पत्नी के कत्ल के आरोप में जेल भेजा गया था.