- एक्स-रे के नाम पर कमीशन खोरी का धन्धा आखिर कब तक?
राम सरन यादव
केराकत। केराकत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकार द्वारा लगायी गयी एक्स-रे मशीन शो पीस बन कर रह गयी है। अस्पताल आने वाले मरीजों को आवश्यकता पड़नें पर एक्स-रे करानें के लिये लगायी गयी एक्स-रे मशीन को लम्बे समय से जंग खा रहा है। ऐसी स्थिति में एक्स-रे करानें के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को मजबूरी में बाहर से प्राईवेट में 500(पांच सौ रुपये) देकर एक्स-रे कराना पड़ता है। केराकत सरकारी अस्पताल में आये मरीजों को इस स्थिति से दो चार होनें के साथ काफी जलालत भरी स्थिति से गुजरना पड़ता है। कमीशनखोरी के चक्कर में अस्पताल में तैनात महिला चिकित्साधिकारी निरन्तर रिकार्ड तोड़ती जा रही हैं। सूत्रों की माने तो अस्पताल में प्राईवेट एक्स-रे सेन्टर के दलालों का हर समय जमघट लगा रहता है। भूलवश अगर किसी मरीज नें डाक्टर के लिखे एक्स-रे सेन्टर पर जाकर एक्स-रे करा लिया तो डॉक्टर उस मरीज़ को देखनें से इन्कार कर देते हैं। जिससे महिला चिकित्साधिकारी के सम्बन्ध में ज्यादा शिकायतें सुननें और देखनें को मिलती है। शो पीस बनीं एक्स-रे मशीन के नहीं चलनें के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी केराकत के आगमन पर स्थानीय नागरिकों के द्वारा अनेकों बार ध्यान आकृष्ट कराये जानें के बाद भी आज तक समस्या का समाधान न कर अनदेखी का आरोप लग रहा है। जिसका परिणाम अस्पताल आनें वाली जनता को प्राईवेट में बाहर एक्स-रे के नाम पर लूटा जा रहा है। किसी गरीब मरीज़ नें अपना दुखड़ा सुना दिया तो महिला चिकित्साधिकारी का जवाब होता है लिख दिया हूं। 50रुपये कम हो जायेगा। मरीज़ का जवाब होता है साहब 50रूपये कम होनें से क्या होगा। डाक्टर का जवाब होता है इससे कम नहीं होगा। आखिर बाहर प्राईवेट में एक्स-रे के नाम पर कब तक मरीजों के साथ खुली लूट सिलसिला जारी रहेगा।