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Homeअपना जौनपुरकेराकत में चल रहे अवैध पैथोलॉजी सेंटर व हॉस्पिटल

केराकत में चल रहे अवैध पैथोलॉजी सेंटर व हॉस्पिटल

  • स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सो रहे कुंभकर्णी नींद
  • केराकत क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहे झोलाछाप अस्पताल, स्वास्थ्य महकमा बना मौन दर्शक

केराकत। खाता न बही, जो डॉक्टर साहब कहें वही सही… डंडा न सीटी, बिना बात के टीटी…। यह कहावत केराकत इलाके के झोलाछाप डॉक्टरों और उनके कथित निजी अस्पतालों पर सटीक बैठती है। हाल यह है कि बिना डिग्री, बिना पंजीकरण और बिना किसी मानक के धड़ल्ले से क्लीनिक व अस्पताल चल रहे हैं। वहीं,स्वास्थ्य विभाग इन मौत के सौदागरों पर कार्रवाई करने के बजाय आंख मूंदे बैठा है। केराकत रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर खुले तमाम बाल चिकित्सालय, सहारा क्लीनिक मनियरा मोड़, कृष्णा चाईल्ड केयर सेंटर, आर.के.चाईल्ड केयर सेंटर, न्यू अनमोल चाईल्ड केयर सेंटर, जय बन्दीछोड़ चाईल्ड केयर सेंटर व अवैध हॉस्पिटल, पॉलीक्लीनिक, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, सहित अल्ट्रासाउंड खुले है, और तमाम ऐसे क्षेत्र में क्लीनिक व हॉस्पिटल हैं। जिनका न ही रजिस्ट्रेशन है और न ही किसी प्रकार की मान्यता, बावजूद इसके खुलेआम मरीज भर्ती कर इलाज किया जाता है। मौत के इस अवैध खेल पर स्वास्थ्य महकमे की नजर तब पड़ती है, जब कोई अनहोनी हो जाती है। सवाल उठता है कि जब इन पर लगाम लगाई जा सकती है। तो मौत का इंतजार क्यों किया जाता है। आखिर किसके सह पर तमाम हॉस्पिटल चल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक मौन रहते है। कार्यवाहीं के नाम पर चुप्पी साध लेते हैं? इसी तरह गांव व कस्बों में भी मरीजों की जिंदगी के साथ बड़ा खिलवाड़ हो रहा है, और दवा के नाम पर खूब लुट घसोट के साथ गरीबों के जेबों पर डाका डाला जा रहा है। यहां अलग-अलग बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को भर्ती कर इलाज के नाम पर लापरवाही और अनियमितताएं की जा रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इन झोलाछाप अस्पतालों के पीछे स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों की सीधी मिलीभगत रहती है। क्लीनिक खोलने से लेकर संचालित करने तक इन्हें खुला संरक्षण दिया जाता है। यही वजह है कि आए दिन ऐसे अवैध अस्पताल पनपते जा रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा तुरंत संज्ञान लेकर ऐसे अवैध अस्पतालों पर शिकंजा कसे, ताकि किसी मरीज की जान जोखिम में न पड़े।

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