कृष्ण का स्वरूप ही भागवत है : डा. सलिल

जौनपुर धारा, जौनपुर। नगर के सदभावना पुल के पास कीर्ति कुंज ज्वेलर्स गोल्ड पैलेस के बगल में चल रही कथा के पहले दिन में कथा व्यास डा. सलिल वृन्दावन ने बताया कि श्री भागवत जी कोई गंथ नहीं साक्षात कृष्ण है। अगर कृष्ण के दर्शन करने है तो भागवत का श्रवण करना ही चाहिए। बता दे कि पंडाल में सुनने वाले भक्तों में महिलाओं की भारी संख्या रही। कथा व्यास ने बताया कि संसार में अनेकों शास्त्र, पुराण, उपनिषद वेद है परंतु भागवत सभी पुराण का सार है। कृष्ण की कथा ही कथा है अन्य बातें वृथा है जहां पर भगवान की कथा होती है वहां पर सारे तीर्थ चले आते है। वह स्थान तीर्थ स्वयं बन जाता है। उन्होंने बताया कि जीव पर प्रभु की कृपा तीन प्रकार से होती है। मूर्ति के रूप में कथा के रूप में एवं संत के रूप में भागवत का उद्गम होता है। व्यास को शान्ति प्राप्त होती है। भागवत की रचना व्यास करते है जिसका श्रवण किसी नदी के तट पर करना चाहिए।

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