- पर्यावरण संतुलन के लिए जल, हवा, कीटपतंगे जरूरी : प्रो.राजेश शर्मा
- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पीयू में हुई संगोष्ठी
जौनपुर धारा, जौनपुर। वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन मिशन लाइफ भारत सरकार के तत्वावधान में बुधवार को आयोजित किया गया। मिशन लाइफ के नोडल अधिकारी डॉ.विवेक कुमार पाण्डेय द्वारा विषय प्रवर्तन किया गया। इस अवसर पर बायोटेक्नोलॉजी के डॉ.मनीष कुमार गुप्ता ने कहा कि हाईवे के किनारे ग्रीन कॉरिडोर का विकास करना होगा। खाली पड़ी जमीनों पर वृक्षारोपण कराया जाए, नदियों एवं नदियों के ट्रिब्यूटरीज को पुनर्जीवित किया जाए और उनके किनारे वृक्षारोपण किया जाए, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई रोकी जाय, आज लगभग 550 करोड़ वृक्षों को लगाकर संरक्षित करने की जरूरत है। तभी जाकर के हम पर्यावरण में निकलने वाले कार्बन उत्सर्जन को रोक सकते हैं। यह कार्य केवल सरकार एवं संस्थाओं का ही अपितु हर व्यक्ति को इसके प्रति सजग होना पड़ेगा। पर्यावरणीय असंतुलन के कारण नदियों की दुर्दशा का दृश्यावलोकन कराते हुए अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो.शर्मा ने कहा कि अगर जल, पानी, हवा, कीटपतंगे, मधुमक्खियां नहीं रहेंगी। तो भविष्य का व्यक्ति कैसा होगा, पारिस्थितिकी की भयावह स्थिति मानव केंद्रित होने के कारण उत्पन्न हो रही है। अतः हमें जमीन के उपयोग को सुनिश्चित करना होगा तभी जाकर के पारिस्थितिकी तंत्र सुधर सकता है, और हम वैश्विक स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग के शिकार होने से बच सकते हैं। आज इसी का परिणाम है कि व्यक्ति 45 से लेकर के 48 डिग्री सेंटीग्रेड तक का तापमान सहन कर रहा है। जो एक भयावह स्थिति की तरफ संकेत कर रहा है। कार्यक्रम के आयोजक मिशन लाइफ के नोडल अधिकारी डॉ.विवेक कुमार पाण्डेय ने सभी उपस्थित विद्वजनों एवं छात्र-छात्राओं को पर्यावरण थीम पर कार्य करने की शपथ दिलाई गयी। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के शिक्षक डॉ.एसपी तिवारी, डॉ.ऋषि श्रीवास्तव, डॉ.दिनेश कुमार, डॉ.सिपाही लाल एवं अनुराग विकास, सुमित अंकिता पूजा एवं पुरातन छात्र हर्षित सिंह एवं अन्य विभाग के छात्र एवं छात्राओं की गरिमामयी उपस्थिति पर धन्यवाद दिया।