- आरोपियों ने पिस्टल और धारदार हथियारों से किया हमला, जांच में जुटी पुलिस
जौनपुर। केराकत क्षेत्र के पसेवा गांव में बुधवार दोपहर करीब 3 बजे दो पक्षों के बीच हुई कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के अनुसार, सूरज चौहान पुत्र जयदेव चौहान प्राथमिक विद्यालय के समीप खड़ा था। इसी दौरान गांव के ही कुछ लोग वहां पहुंचे और उसे मारना-पीटना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के लोग मौके पर पहुंचे, जिससे हमलावर वहां से भाग गए। मिली जानकारी के अनुसार बहन से छेड़छाड़ का विरोध करना एक भाई को इतना महंगा पड़ा कि उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।

मनबढ़ युवकों ने 21 वर्षीय युवक को सरेआम गोली मार दी और चाकुओं से हमला कर दिया। युवक को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बताया गया कि सूरज के बड़े भाई शमशेर चौहान जब उन लोगों से पूछताछ करने गए, तो पहले से ही तैयार हमलावरों ने चाकू, पिस्टल हमला कर दिया। शमशेर से मारपीट होता देख लोग मदद के लिए दौड़े, जिससे हमलावर फरार हो गए। घायल अवस्था में शमशेर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। मृतक शमशेर के छोटे भाई सूरज चौहान ने बताया कि हमलावर पिस्टल और धारदार हथियारों से लैस थे और उन्होंने एक राउंड फायरिंग भी की। उसने यह भी बताया कि बीस दिन पहले उन लोगों से कहासुनी हुई थी और उसी विवाद के कारण यह मारपीट हुई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। अभी तक हमलावरों की गिरफ्तारी की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और छानबीन शुरू कर दी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ.कौस्तुभ स्वयं मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। पुलिस टीम घटना के हर पहलु की बारीकी से जांच कर रही है।
रोजी-रोटी के चक्कर में मुंबई रहता था मृतक
शमशेर चौहान मुंबई में काम करता था और धान की खेती के लिए कुछ दिन पहले ही घर लौटा था। मृतक की बहन काजल चौहान इंटर की छात्रा है। परिजनों के मुताबिक, पड़ोस के गांव का एक युवक अक्सर काजल को परेशान करता था। इसकी शिकायत जब शमशेर को मिली, तो उसने उस लड़के को डांटते हुए दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी दी थी। बुधवार को शमशेर का छोटा भाई सूरज चौहान गांव के सरकारी ट्यूबवेल पर पाइप डालने का कार्य कर रहा था। तभी चार युवक वहां पहुंचे और सूरज की पिटाई शुरू कर दी। जब शमशेर को इस बात की खबर हुई, तो वह दौड़ता हुआ भाई को बचाने पहुंचा। जैसे ही वह गांव के गोदाम के पास पहुंचा, हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ गोली चला दी और चाकुओं से हमला कर दिया।