15 घंटे तक शव घर रख पचास-पचास लाख और नौकरी की मांग पर अड़े रहे स्वजन
खुटहन। सधनपुर गांव में रविवार को मोहर्रम का ताजिया कर्बला में दफन कर वापस आते समय निर्माणाधीन पानी की टंकी के पास लटक रहे ग्यारह हजार वोल्ट के तार से ताजिये का एल्यूमीनियम का ढांचा छू जाने से दो युवा ताजिएदेर की मौत से विद्युत विभाग के प्रति आक्रोशित स्वजनों ने शव को सुपुर्देखाक से इन्कार कर दिया। उनकी मांग थी कि बिजली विभाग के जिम्मेदारों पर हत्या का मुकदमा, दोनों मृतकों के परिवार से एक एक लोगों को सरकारी नौकरी के साथ साथ पचास पचास लाख आर्थिक सहायता की मांग पर अड़े हुए थे। एसडीएम शाहगंज कुणाल गौरव, सीओ अजीत सिंह चौहान के द्वारा आश्वासन के बाद वे शव को कब्रिस्तान ले गए। गांव निवासी अब्दुल रसीद का 20वर्षीय पुत्र अल्तमस और पड़ोसी शहाबुदीन का 19वर्षीय पुत्र मोहम्मद कैफ रविवार को ताजिया लेकर कर्बला गये थे। जहां ताजिया ठंडा करने के बाद अवशेष ढांचा वापस लेकर आ रहे थे। अंधेरा होने के चलते उक्त स्थल पर ढांचा मेन लाइन के एक फेस के लटके तार से छू गया। जिसकी चपेट में आकर दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। पीएम के बाद रात लगभग नौ बजे दोनों शवों को घर लाया गया। जहां दोनों मृतकों के स्वजनों के साथ ग्रामीण, जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई, परिवार के एक एक सदस्यों को नौकरी तथा आर्थिक सहायता की मांग को लेकर अड़े रहे। थाना प्रभारी मुन्ना राम घुसिया उन्हें समझाते बुझाते रहे। बात न बनने पर उन्होंने सीओ और एसडीएम को मामले से अवगत कराया। अधिकारियों के समझाने बुझाने और आश्वासन के बाद दोपहर में शव को कब्रिस्तान ले जाया गया। मौके पर सपा जिलाध्यक्ष राकेश मौर्या, पूर्व ब्लाक प्रमुख सरयू देई के प्रतिनिधि राजीव यादव, सपा नेता राम आसरे यादव,भारत यादव, आदि मौजूद रहे।