- मौके पर जिम्मेदार अधिकारी नहीं ले रहे हैं सुधि
- विकासखंड करंजाकला क्षेत्र के नसरुद्दीनपुर अस्थाई गौशाला का मामला
सोहन यादव
सरायख्वाजा। विकासखण्ड करंजाकला क्षेत्र के नसरुद्दीन पुर अस्थाई गौशाला में तड़पती गाय रही लेकिन इलाज के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे, वहीं जिम्मेदार अधिकारियों ने भी कोई सुधि नही ली। अगर समय से इलाज नहीं हुआ तो गाय की तड़पकर मृत्यु भी हो सकती है। बता दें कि विकासखंड करंजाकला क्षेत्र के नसरुद्दीनपुर अस्थाई गौशाला में गंदगी का अंबार लगा हुआ है ना तो पशुओं के लिए साफ-सफाई की गई और बल्कि पशुओं को सिर्फ सुखा भूसा दिया जा रहा, न तो उसमें चुनी दी गई और न ही हरा चारा दिया जा रहा है। बल्कि उसी गौशाला में एक गाय इलाज के लिए तड़प रही थी। मौके पर पशु चिकित्सा अधिकारी नहीं पहुंचे। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे दो प्रशुधन प्रसार अधिकारियां दो पैरा वेट है उनके द्वारा सूचना मिली है कि गाय मृत्यु हो गई इसकी सूचना ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव को दे दिया गया। अस्थाई गौशाला के बारे में जानकारी देने के ग्राम सचिव से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। अस्थाई गौशाला के बारे में जानकारी लेने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को फोन किया गया लेकिन उनसे भी सम्पर्क नहीं हुआ। अब सवाल यह उठता है सरकारी खर्चे से चल रहे इन गौ-आश्रयों की जिम्मेदारी कौन लेगा?