राम की नगरी उत्सव में डूबी हुई है. रामलला के विराजनमान होने के बाद से यहां नित नए आयोजन हो रहे हैं. जहां लाखों की संख्या में प्रतिदिन रामभक्त दर्शन-पूजन कर रहे हैं तो वहीं प्रभु राम का भजन सुनकर भक्ति भाव में सराबोर नजर आते हैं. दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग ने अयोध्या में 15 जनवरी से लेकर 25 मार्च तक राम उत्सव का आयोजन किया है.
जहां अयोध्या में विभिन्न जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन दिनों अयोध्या में सरयू नदी के तट पर मानों संगीत की सरस्वती बह रही है. रोज नए-नए कलाकार अपनी गायिकी से अयोध्या के माहौल को भक्ति भाव से ओत-प्रोत कर देते हैं.इसी कड़ी में दिल्ली से आई गायिका मंदाकिनी बोरा ने अपने भजनों से भक्तों का दिल जीत लिया. रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक भजन सुनाए. “श्री रामचंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम्”की प्रेम की पुकार से मंदाकिनी बोरा ने राम जी के चरणों में स्पर्श किया तो वहीं “मंगल भवन अमंगल हारी” चौपाई गाकर भगवान का गुणगान किया. भजन गायिका मंदाकिनी बोरा ने बताया कि प्रभु राम का दर्शन कर मन प्रफुल्लित हो गया. जो हमारा 500 वर्ष का सपना था, वह सपना पूरा हो गया. प्रभु राम की जन्मस्थली पर भजन सुनाने का आज हमें जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है उसे पाकर आज हम धन्य हो गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में 500 साल का संघर्ष समाप्त हो गया है. अयोध्या का राम मंदिर पूरे देश समेत पूरे विश्व को मार्गदर्शन करेगा.