छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया घोषणा पर पलटवार किया है. भूपेश बघेल ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग कोर्ट ने प्रशस्त किया, बीजेपी ने नहीं. इससे पहले अमित शाह ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा था कि वे तारीख नोट कर लें, 1 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस-बीजेपी आगामी चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आए, यहां उन्होंने रायपुर एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मुस्कुराते हुए मुलाकात की. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मिलेट्स से बने प्रोडक्ट भेंट किए. हालांकि, इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमित शाह के राम मंदिर से जुड़े बयान पर पलटवार करते हुए दावा किया कि राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी की वजह से नहीं, बल्कि अदालतों के आदेश पर बन रहा है, जिन्होंने निर्माण कार्य का मार्ग प्रशस्त किया.
‘अदालत के आदेश के बाद राम मंदिर बन रहा’
बघेल ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “अदालत के आदेश के बाद राम मंदिर बन रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक ट्रस्ट और एक संगठन का गठन किया गया था और वे मंदिर का निर्माण कर रहे हैं, बीजेपी नहीं कर रही.” उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार बिना किसी अदालती आदेश के ‘भक्ति से’ ‘राम वन गमन पथ’ बना रही है.
‘हम राम वन गमन पथ बना रहे हैं’
छत्तीसगढ़ के सीएम ने आगे कहा, “अदालत ने हमें आदेश नहीं दिया, लेकिन हम यहां राम वन गमन पथ बना रहे हैं. शिवरीनारायण परिसर में 35 फीट ऊंची भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जा रही है. वे (बीजेपी) वोट के लिए ऐसा कर रहे हैं; हम भगवान की भक्ति से ओत-प्रोत होकर कर रहे हैं.”
‘धर्म परिवर्तन और सांप्रदायिकता में माहिर है बीजेपी’
भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए बघेल ने कहा कि भाजपा को “धर्म परिवर्तन” और “सांप्रदायिकता” के मुद्दों पर विशेषज्ञता हासिल है. बघेल ने कहा, “मेरे पास बीजेपीव के शासन के दौरान बने चर्चों की एक सूची है. चर्च तब बने जब धर्म परिवर्तन हुआ. धर्म परिवर्तन और सांप्रदायिकता के मुद्दों में बीजेपी की विशेषज्ञता, लेकिन उनकी साजिशें सफल नहीं होंगी.”