- पैसों के बल पर मिल जाता है धूम्रपान सहित अन्य सामग्री
- मोबाइल से बात भी करतें रहतें है कैदी, प्रशासन ने निरीक्षण में भी नहीं खुल पाती है पोल
जौनपुर धारा, जौनपुर। जेल का नाम सुनते ही जहन में आता है एक ऐसा स्थान जहां कोई सुिवधा नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह जगह अपराधियों को सुधारने के लिये बनाया गया है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है।
सूत्रों की मानें तो जेल में कैदियों को पैसों के बल पर हर वह सुविधा मुहैया कराई जाती है जिसको उनकी आवश्यकता है। यह पूरा नेटवर्क जेल के कर्मचारियों के जानकारी में चलता है। कैदियों के लिए घरों पर बात करना आसान है, मोबाइल मिलना यहां बड़ा मुद्दा नहीं है। जेल प्रशासन के नाक के नीचे कैदी कभी भी कहीं भी बात करते रहते हैं। जेल में सिर्फ पैसे का खेल चलता है। जिसके पास पैसा है वो वीआईपी सुविधाएं हासिल कर सकता है। जेल में बन्द वैâदियों के पड़ताल में कुछ ऐसी बातें मालूम हुई जिससे लोग अभी भी अनभिग्य बने हुए हैं। इस दौरान यह भी मालूम हुआ कि जिनके पास पैसे का कोई अभाव नही उनके लिए जेल का जीवन भी सुगम होता है। सूत्रों की माने तो जो अधिक पैसे वाले घराने से आते हैं उन्हें पैसे खर्च करने पर बाहर का खाना, सिगरेट आदि उपलब्ध हो जाता है। बताते चलें की जेल में बन्द वैâदियों से मिलने वालों को भी सुविधा शुल्क देना होता है। निर्धारित क्या है यह तो स्पष्ट नहीं लेकिन मिलने के लिये नम्बर लगवाने से लेकर मिलने तक में प्रति व्यक्ति 150 रूपये गेट पर ही देना पड़ जाता है। जिसमें मिलने के लिये पर्चा बनवाने का 20 रूपये, यदि मोबाइल पास में है तो उसे जमा कराने का 10 रूपये, सामान चेक करने करने वाले कर्मचारी को 20 से 50 रूपये तक तथा आवश्यकता से अधिक समाना ले जाने पर 50 रूपये या उससे अधिक भी वसूल किया जाता है। कहने का मतलब यह है, कि हर कदम पर पैसे वसूलने का जबरदस्त खेल चलता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि प्रति माह अधिकारियों के निरीक्षण में सब कुछ सही पाये जाने के बाद भी अन्दर इस तरह के खेल को कैसे अंजाम दिया जाता है।
- जिलाधिकारी ने किया कारागार का निरीक्षण

जौनपुर। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने जिला कारागार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कैदियों के स्वास्थ्य व अन्य व्यवस्थाओ की जानकारी ली। उन्होंने महिला बैरक में जाकर महिला बंदियों को फल, मिठाई का वितरण किया गया। जेल में लगे चिकित्सा कैम्प का निरीक्षण कर उन्होंने निर्देश दिया कि इस तरह नियमित रूप से चिकित्सा कैंप लगाकर कैदियों के स्वास्थ्य की जांच की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि जेल परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर जेलर सहित जेल के अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।