- मौके पर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी
जौनपुर धारा, जौनपुर। मछलीशहर विकासखण्ड अन्तर्गत ग्रामसभा अदारी में प्रस्तावित अंत्येष्टि स्थल का निर्माण शुरू होने से पहले ही ग्रामीणों के भयंकर विरोध के कारण अधर में लटक गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अंत्येष्टीस्थल का निर्माण घनी आबादी से बिल्कुल सटकर किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान, बिना ग्राम पंचायत सदस्यों की सहमति और जनता को विश्वास में लिए बगैर ही उक्त अंत्येष्टि स्थल का निर्माण अपनी मर्जी से गलत स्थान पर करवाना चाह रहे हैं। जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया की अंत्येष्टि स्थल से संबंधित प्रस्ताव पर ग्राम पंचायत सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर और निशान अंगूठा बनाए गए हैं। कहां के ग्राम प्रधान ने प्रस्ताव पर सावित्री देवी, सुधरा देवी, सतीराम, मीरा पाल, अभय राज, सुनील कुमार और मंजू के फर्जी हस्ताक्षर और निशान अंगूठा लगाकर फर्जी प्रस्ताव पारित करा दिया। पूर्व प्रधान राम आसरे यादव ने बताया कि आराजी नंबर 02 पहले से ही शमशान हेतु सुरक्षित भूमि है। जिसपर निर्माण न कर आराजी संख्या 45 पर नवीन परती भूमि पर निर्माण कराना चाहते हैं। बीते कुछ दिनों से मौके पर सैकड़ों ग्रामवासी इकट्ठा होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में पूछने पर तहसीलदार अजीत कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के विरोध के बाद मौके पर लेखपाल को भेज कर स्थलीय जांच कराई गई। जिसमें पाया गया कि मरघट हेतु सुरक्षित भूमि तक जाने के लिए कोई रास्ता या चक मार्ग मौके पर नहीं है। इसलिए वर्तमान प्रस्तावित स्थल पर ही निर्माण संभव है। वही ग्रामीणों का कहना है कि वह किसी भी स्थिति में घनी आबादी के बीचो-बीच शमशान नहीं बनने देंगे। कहां कि शासनादेश में स्पष्ट कहा गया है कि अंत्येष्टि स्थलों का चिन्हांकन ग्राम पंचायत सचिव की सहायता से संबंधित सहायक विकास अधिकारी द्वारा किया जाएगा। जबकि नियमों का उल्लंघन कर राजस्व कर्मचारियों द्वारा चिन्हांकन किया गया है। प्रशासन के खिलाफ मौके पर नारेबाजी करने वाले प्रमुख लोगों में सुरेश यादव, अवध नारायण, राजेंद्र प्रसाद, राजेश यादव, रूपनारायण यादव, रामचंद्र यादव, गणपति यादव, समला देवी, कुसुम, नीलू, आशा, सीता, बिहारी लाल, लाल बहादुर, दयाराम, अमन कुमार, दूधनाथ, अभिषेक, परमिला, नवनीत, समर बहादुर, नीलम, अमरावती, सूबेदार, शकुंतला, अर्चना, रोहित, सत्यम सहित आदि लोग मौजूद रहीं।