68 विधानसभा वाले हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान डाले जाएंगे. इसके साथ ही राज्य में 10 नवंबर को चुनाव प्रचार थम जाएगा. इसको देखते हुए कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी आखिरी समय में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. चुनाव प्रचार के आखिरी समय में कांग्रेस की तरफ से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाला हुआ है.
10 नवंबर यानी कि प्रचार थमने से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हिमाचल प्रदेश की अपनी पहली जनसभा में तलवार भांजी. मंच पर मल्लिकार्जुन खरगे के स्वागत के तौर पर पार्टी नेता विक्रमादित्य सिंह ने उन्हें तलवार दी जिसे खरगे ने दो–तीन बार हवा में चलाया.
पहली सभा करने शिमला पहुंचे खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली चुनावी सभा में शिमला के बनुटी पहुंचे थे. उन्होंने शिमला ग्रामीण सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को जीताने के लिए जनता से अपील की. वो बुधवार को शिमला के अलावा नालागढ़ में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. खरगे के साथ में हिमाचल प्रदेश के ऑब्जर्वर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला मौजूद रहे. खरगे मंगलवार से हिमाचल के दौरे पर हैं.
खरगे के लिए चुनाव जीतना चुनौती
मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ में बैठक भी की. एक तरह से खरगे के लिए हिमाचल और गुजरात चुनाव को जीतना एक चुनौती भी है. बता दें कि हिमाचल में इतिहास रहा है कि साल 1985 से यहां दोबारा किसी पार्टी की सरकार रिपीट नहीं हुई. राज्य में 1985 से ही जनता बारी-बारी से कांग्रेस और बीजेपी को चुनती आ रही है. ऐसे में बीजेपी के सामने यह ट्रेंड तोड़ने की चुनौती है. इसके लिए बीजेपी राज्य में एड़ी-चोटी की ताकत लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार हिमाचल प्रदेश में सक्रिय होकर रैलियां कर रहे हैं.