Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img
Homeउत्तर प्रदेशहमारी नैतिक जिम्मेदारी है पारिस्थितिकीय तंत्र को सुरक्षित करें : प्राधिकरण सचिव...

हमारी नैतिक जिम्मेदारी है पारिस्थितिकीय तंत्र को सुरक्षित करें : प्राधिकरण सचिव शैलेंद्र

जौनपुर धारा,सोनभद्र। हमें अपने व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा हम पेड़ पौधे के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते यह प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है की वह पारिस्थितिकीय तंत्र और मानव अस्तित्व बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण करे इसलिए समय की आवश्यकता को देखते हुए हमे अपने व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार 5जून यह बातें एडीआर भवन स्थित जि़ला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनभद्र के तत्वावधान में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान प्राधिकरण सचिव अपर जनपद न्यायाधीश ने समारोह के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे के बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। यह प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह पारिस्थितिकी तंत्र और मानव अस्तित्व को बनाए रखने के लिए अपने आसपास अधिक से अधिक पौधारोपण करें ताकि शुद्ध हवा मिल सके। उन्होने कहा कि इस वर्ष 2025 विश्व पर्यावरण दिवस की थीम है। स्शद्यह्वह्लद्बशठ्ठह्य ह्लश क्कद्यड्डह्यह्लद्बष् श्चशद्यद्यह्वह्लद्बशठ्ठ अर्थात प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान इसका उद्देश्य है, प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए बेहतर कदम उठाना और पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त बनाना क्योंकि प्लास्टिक पर्यावरण के साथ साथ जीव जंतुओं और मनुष्य प्रभावित हैं। इसके उपयोग से न केवल पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है बल्कि अनेक प्रकार की बिमारियां उत्पन्न होती है। यह धीम प्लास्टिक को कम करने और प्लास्टिक को खत्म करने आदि समाधान देती है। सभी लोगों को बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने का संकल्य दिलाया गया। वनाधिकारी कुंज मोहन वर्मा ने पर्यावरण सुरक्षा और वृक्षों के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया। इस अवसर पर वनाधिकारी कुंज मोहन वर्मा, विकास उपाध्याय वन दरोगा एवं अन्य वन कर्मी उपस्थित रहे।

Share Now...