- बीच-बचाव करने पर भी करता रहा गाली-गलौज
वाराणसी। उच्चाधिकारियों के लाख समझाने-बुझाने और अच्छे आचरण के लिए प्रेरित करने के बाद भी कुछ पुलिसकर्मी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे और दर्शनार्थियों समेत आमजन के साथ उनका दुर्व्यवहार आए दिन सामने आ रहा है। रविवार भोर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक पुलिसकर्मी ने संवेदनहीनता की हद पार कर दी। एक नेमी दर्शनार्थी को पकड़ कर ले गया और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए मारने-पीटने लगा। आरोप है कि उसने अपनी बेल्ट निकालकर दर्शनार्थी की पिटाई की। इससे दर्शनार्थी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। शहर निवासी शुभम मिश्रा बाबा के नेमी दर्शनार्थी हैं। वह प्रतिदिन भोर में बाबा का दर्शन करने मंदिर आते हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को जब नेमी दर्शनार्थियों का समूह बाबा का दर्शन-पूजन कर रहा था तभी राहुल कुमार नामक आरक्षी पांच-छह लोगों को अपने साथ लेकर पीछे से आया और नियम तोड़कर आगे पहुंचकर दर्शन कराने के लिए बढ़ने लगा। इस पर शुभम ने नियमपूर्वक दर्शन करने का आग्रह किया। इस पर बहस हुई तो अन्य नेमी दर्शनार्थियों ने भी नियम विरुद्ध दर्शन कराने का विरोध किया। रविवार भोर जब शुभम बाबा का दर्शन कर परिसर में सत्यनारायण मंदिर के पास पहुंचे तभी एक दिन पूर्व हुई बहस की खुन्नस लिए आरक्षी राहुल कुमार ने शुभम को पकड़ लिया और पीछे ले जाकर मारना शुरू कर दिया तथा गालियां देने लगा। शोर सुनकर पहुंचे कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया, लेकिन आरक्षी आक्रामक बना रहा। उसने बेल्ट निकालकर शुभम को मारना शुरू कर दिया। इससे शुभम का हाथ फ्रैक्चर हो गया। पीड़ित ने इस बात की शिकायत मंदिर प्रशासन से की। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि सिपाही के खिलाफ शिकायत सही पाई गई। उसे उसके मूल जनपद वापस भेज दिया गया है तथा अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।