झीलों की नगरी उदयपुर से अहमदाबाद जाने वाले रेलवे ट्रैक पर ओढ़ा गांव के पास 13 नवंबर 2022 की रात विस्फोट हुआ. धमाका इतना तेज था कि आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी. गांव के लोगों ने राज में विस्फोट से हुई तेज रोशनी और आवाज की तरफ गए तो हैरान रह गए. उन्होंने देखा कि 14 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस रेलवे लाइन का उद्घाटन किया था. कहा जा रहा है कि इस ट्रैक को आतंकियों ने उड़ाया जा रहा है. इस काम के लिए सुपरपावर 90 नाम के डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया. मौके से जांच टीम को इसके पैकेट मिले हैं. लेकिन ये सुपरपावर 90 नाम का विस्फोटक है क्या बला? कितना ताकतवर है? क्या ये लोहे और कॉन्क्रीट से बने रेलवे ब्रिज को उड़ा सकता है? तो जवाब है हां. क्योंकि 28 अगस्त 2022 को नोएडा में ट्विन टावर को गिराने के लिए इसी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था.
सुपरपावर 90 किसी भी चीज को टुकड़ों में करने के लिए बेहतरीन माना जाता है. विस्फोटक उद्योग में इसे काफी अच्छा उत्पाद माना जाता है. विस्फोट के बाद रोशनी और धुआं कम निकलता है. इसलिए प्रदूषण की आशंका कम रहती है. किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है. सुपरपावर 90 विस्फोटक को हमेशा मध्यम दर्जे के तापमान में स्टोर किया जाता है. सूखी जगहों पर. साथ ही जहां पर हवा बाधित न हो. इसे रखने के लिए लकड़ी से बने बक्सों का इस्तेमाल होता है, जिनमें दरारे होती हैं, ताकि हवा आ जा सके. सुपरपावर 90 की लाइफ मैन्यूफैक्चरिंग से लेकर 12 महीने रहती हैं. हालांकि, ज्यादा गर्मी और ज्यादा सर्दी से इसकी लाइफ कम हो सकती है. इसे देश में कई निजी कंपनियां बनाती हैं. इसकी ग्रेड नाइट्राइट मिक्सर (Nitrite Mixer) है. यह ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. इसे 25 किलोग्राम के बक्से में बेचा जाता है.